Guru Nanak Jayanti 2023: गुरु नानक जयंती आज, आइए जानते हैं उनके बारे में
![Guru Nanak Jayanti 2023: गुरु नानक जयंती आज, आइए जानते हैं उनके बारे में Guru Nanak Jayanti 2023](https://i0.wp.com/inbuzz.in/wp-content/uploads/2023/11/Guru-Nanak-Jayanti-2023.jpg?fit=1280%2C720&ssl=1)
Guru Nanak Jayanti 2023: नवंबर का महीना सिखों के लिए बेहद खास होता है, क्योंकि इस महीने में उन्हें अपने पहले गुरु, गुरु नानक देव जी की जयंती मनाने का सौभाग्य प्राप्त होता है।
गुरु नानक जयंती, जिसे गुरु पर्व भी कहा जाता है, सिख धर्म के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। इस दिन सिख समुदाय पूरे विश्व में गुरु नानक देव जी के जीवन और शिक्षाओं का स्मरण करता है।
गुरु नानक जयंती कब मनाई जाती है?
Whatsapp Group | Join |
गुरु नानक जयंती हर साल कार्तिक मास की पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है। यह दिन ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार आमतौर पर नवंबर में पड़ता है। इस साल गुरु नानक जयंती 27 नवंबर, 2023 को मनाई जाएगी।
गुरु नानक देव जी का इतिहास
गुरु नानक देव जी का जन्म 15 अप्रैल, 1469 को राय-भोई-की-तलवंडी, जो अब पाकिस्तान में है, में हुआ था। उनका बचपन से ही धार्मिक और आध्यात्मिक प्रवृत्ति थी। वह अक्सर लोगों से उनके जीवन के उद्देश्य और परमात्मा से जुड़ाव के बारे में सवाल करते थे।
गुरु नानक देव जी ने अपने जीवन में कई महत्वपूर्ण अनुभव किए, जिनमें से एक था जब उन्हें एक दिव्य प्रकाश का अनुभव हुआ। इस अनुभव के बाद, उन्होंने अपना जीवन लोगों को परमात्मा का मार्ग दिखाने के लिए समर्पित कर दिया।
यह भी पढ़े: लाडली बहन योजना: सभी महिलाओं को मिलेगा ₹1000 प्रति माह
गुरु नानक देव जी ने तीन सिद्धांतों पर जोर दिया:
- नाम: परमात्मा का नाम जपना
- कीर्तन: परमात्मा का गुणगान करना
- सेवा: मानवता की सेवा करना
उन्होंने यह भी सिखाया कि सभी मनुष्य समान हैं और किसी भी प्रकार के भेदभाव को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।
गुरु पर्व का महत्व
गुरु पर्व सिखों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है कि वे गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं को याद करें और उन्हें अपने जीवन में अपनाएं। यह दिन सिखों को उनके समुदाय के साथ मिलकर जश्न मनाने का भी एक मौका है।
गुरु पर्व के दौरान सिख समुदाय गुरुद्वारों में इकट्ठा होता है, जहां वे कीर्तन करते हैं, कथा सुनते हैं और लंगर का आनंद लेते हैं। कीर्तन में गुरु ग्रंथ साहिब से शबदों का गायन किया जाता है, कथा में गुरुओं के जीवन और शिक्षाओं की चर्चा की जाती है और लंगर में सभी को निःशुल्क भोजन दिया जाता है।
गुरु पर्व सिर्फ एक त्योहार नहीं है, बल्कि यह सिखों के लिए एक जीवन जीने का तरीका है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि हमें गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं का पालन करना चाहिए और अपने जीवन को परमात्मा की सेवा में समर्पित करना चाहिए।
यह भी पढ़े :ठंड में क्यों बढ़ जाता है Heart Attack का खतरा, जानिए इससे बचने का सही तरीका
गुरु पर्व की रस्में
गुरु पर्व के दौरान कई तरह की रस्में निभाई जाती हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख रस्में निम्नलिखित हैं:
- अखंड पाठ: गुरु ग्रंथ साहिब का लगातार पाठ किया जाता है।
- नगर कीर्तन: गुरुद्वारों से बड़े जुलूस निकाले जाते हैं, जिनमें गुरु ग्रंथ साहिब की पालकी ले जाई जाती है और कीर्तन किया जाता है।
- लंगर: सभी को निःशुल्क भोजन दिया जाता है।
- कांसेवा: स्वयंसेवी काम किया जाता है।
Guru Nanak Jayanti 2023: गुरु पर्व सिखों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है कि वे गुरु नानक देव जी के जीवन और शिक्षाओं को याद करें और उनका अनुसरण करें। यह दिन सिखों को एकजुट होने और अपने समुदाय की सेवा करने का भी अवसर प्रदान करता है। गुरु पर्व सिख धर्म के मूल्यों को याद दिलाता है और सिखों को दुनिया में भलाई करने के लिए प्रेरित करता है।
यह भी पढ़े: Nana Patekar Slaps Fan: नाना पाटेकर ने फैन को जड़ा थप्पड़, क्या हुआ था जाने?
Whatsapp Group | Join |