Success Story of Puneet Ranjan: कैसे नौकर से बन गया कंपनी का सीईओ

आज हम बात करेंगे एक ऐसे व्यक्ति की कहानी की, जो एक छोटे से कस्बे से निकलकर दुनिया की सबसे बड़ी आडिट फर्मों में से एक के सीईओ बन गए। उनकी कहानी हमें यह सिखाती है कि कड़ी मेहनत और लगन से कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है।

HIghlights:-

  • फर्श से अर्श तक की कहानी
  • आज है बड़ी कंपनी के सीईओ
  • कम्पनी को बना दिया ग्लोबल

पुनीत रंजन, एक ऐसा नाम जो आज दुनियाभर में मशहूर है। पुनीत रंजन, दुनिया की सबसे बड़ी ऑडिट फर्मों में से एक, डेलॉयट ग्लोबल के सीईओ हैं। लेकिन उनकी ये सफलता की कहानी किसी फिल्म की कहानी से कम नहीं थी।

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बिजनेस की शुरुआत कैसे हुई?

पुनीत रंजन का जन्म हरियाणा के रोहतक जिले के एक छोटे से गाँव में हुआ था। उनके पिता एक किसान थे और उनकी माँ घर पर रहती थीं। रंजन के बचपन से ही उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। उनके माता-पिता के पास इतने पैसे नहीं थे कि वो उन्हें अच्छे स्कूल में भेज पाते।

रंजन ने अपनी शुरुआती शिक्षा गांव के स्कूल में प्राप्त की। बाद में, उन्होंने रोहतक के एक कॉलेज से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की। ग्रेजुएशन के बाद, रंजन ने नौकरी की तलाश शुरू कर दी। एक अखबार में उन्होंने नौकरी का विज्ञापन देखकर वो इसकी तलाश में दिल्ली आ गए। रंजन ने नौकरी की तलाश में काफी मशक्कत की, लेकिन उन्हें कहीं भी नौकरी नहीं मिली।

आखिरकार, रंजन को एक छोटी सी कंपनी में नौकरी मिल गई। इस कंपनी में रंजन को काफी कम सैलरी मिलती थी , लेकिन रंजन ने इस नौकरी को भी पूरी ईमानदारी और लगन से किया। रंजन की मेहनत और लगन को देखकर कंपनी के सीईओ काफी प्रभावित हुए और उन्होंने रंजन को कंपनी में प्रमोट कर दिया।

कंपनी में प्रमोशन मिलने के बाद, रंजन की सैलरी बढ़ गयी और उनकी आर्थिक स्थिति भी सुधरने लगी। अब रंजन अपने माता-पिता की मदद कर सकते थे और उन्हें एक अच्छा जीवन दे सकते थे।

रंजन की कंपनी में लगातार तरक्की होती रही और कुछ ही सालों में वह कंपनी के सबसे महत्वपूर्ण कर्मचारियों में से एक बन गए। रंजन की मेहनत और लगन को देखकर कंपनी के सीईओ ने उन्हें कंपनी का सीईओ बना दिया।

रंजन के सीईओ बनने के बाद कंपनी का कारोबार काफी बढ़ गया और कंपनी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सफल हो गई। रंजन के नेतृत्व में कंपनी ने कई नए प्रोजेक्ट शुरू किए और कंपनी का मुनाफा भी काफी बढ़ गया।

लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से जल्द ही कंपनी में ऊंचा मुकाम हासिल कर लिया। 2015 में उन्हें डेलॉइट ग्लोबल का सीईओ बनाया गया।

पुनीत रंजन एक सफल बिज़नसमेन होने के साथ-साथ एक सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। वे कई सामाजिक संगठनों से जुड़े हुए हैं और गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करते हैं।

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कौन है पुनीत रंजन?

पुनीत रंजन एक भारतीय-अमेरिकी बिज़नसमेन हैं। वे वर्तमान में डेलॉयट के सीईओ हैं। डेलॉयट एक विश्व प्रसिद्ध आडिट फर्म है। पुनीत रंजन को 2015 में डेलॉयट का सीईओ नियुक्त किया गया था। वे डेलॉयट के पहले भारतीय-अमेरिकी सीईओ हैं।

पुनीत रंजन को उनकी कड़ी मेहनत और लगन के लिए जाना जाता है। उन्होंने डेलॉइट में अपने करियर में लगातार प्रगति की है। उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है और कंपनी की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

कंपनी की सफलता कैसे की:

पुनीत रंजन की कंपनी ने कुछ ही सालों में बड़ी सफलता हासिल कर ली। कंपनी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने कर्मचारियों की मेहनत और अपनी इनोवेटिव सोच को दिया। पुनीत रंजन ने अपनी कंपनी को एक ग्लोबल कंपनी बनाने का सपना देखा था। उन्होंने अपने सपने को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की।

पुनीत रंजन की मेहनत रंग लाई और उनकी कंपनी ने जल्द ही एक ग्लोबल कंपनी का रूप ले लिया। कंपनी ने कई देशों में अपने कार्यालय खोले और अपने कारोबार को बढ़ाया। कंपनी की सफलता के पीछे पुनीत रंजन की मेहनत, लगन और दूरदृष्टि का बड़ा योगदान रहा।

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अंत में

पुनीत रंजन की कहानी एक प्रेरणादायक कहानी है, जो हमें बताती है कि अगर हम मेहनत और लगन से कुछ भी हासिल कर सकते हैं। पुनीत रंजन ने फर्श से अर्श तक का सफर तय किया है और आज वे दुनिया की सबसे बड़ी आडिट फर्मों में से एक के सीईओ हैं। उनकी कहानी हमें बताती है कि अगर हम अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं, तो हमें कभी भी हार नहीं माननी चाहिए।

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Sarthak Gupta
Sarthak Gupta

Sarthak Gupta is Very Professional Hindi and English Content Writer and Very Expert in Search Engine Optimization.

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