निःशुल्क बोरिंग योजना: खेत में बोरिंग कराने के लिए यूपी सरकार देती है 10 हजार रुपये

भारत में कृषि क्षेत्र की रीढ़ की हड्डी है। इस क्षेत्र के विकास के लिए सिंचाई की आवश्यकता बेहद महत्वपूर्ण है। अक्सर कृषि क्षेत्र में जल की कमी के कारण किसानों को सिंचाई में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

इस समस्या के समाधान के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं शुरू की गई हैं। निःशुल्क बोरिंग योजना भी ऐसी ही एक योजना है जो किसानों के हित में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है।

निःशुल्क बोरिंग योजना का उद्देश्य

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निःशुल्क बोरिंग योजना का मुख्य उद्देश्य छोटे और सीमान्त किसानों को उनकी भूमि पर बोरिंग कराने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना है।

इस योजना के तहत सरकार अनुसूचित जाति के गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले किसानों को उनकी भूमि पर बोरिंग कराने के लिए 10,000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करती है। इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को अपने विकास खंड स्तर पर आवेदन करना पड़ता है।

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निःशुल्क बोरिंग योजना के लाभ

निःशुल्क बोरिंग योजना से किसानों को कई लाभ मिलते हैं। इस योजना के तहत किसान अपनी भूमि पर बोरिंग करवा सकते हैं जिससे उन्हें सिंचाई में आसानी होती है।

इसके अलावा इस योजना से किसानों को अपनी फसलों की सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिल पाता है जिससे उनकी फसल का उत्पादन बढ़ता है। इससे उनकी आय में भी वृद्धि होती है।

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निःशुल्क बोरिंग योजना का पात्रता

निःशुल्क बोरिंग योजना का लाभ उठाने के लिए निम्नलिखित पात्रता होनी चाहिए:-

  • किसान अनुसूचित जाति का होना चाहिए
  • किसान गरीबी रेखा के नीचे रहना चाहिए
  • किसान की भूमि मैदानी क्षेत्र में स्थित होनी चाहिए
  • किसान की भूमि का आकार 5 एकड़ से कम होना चाहिए

निःशुल्क बोरिंग योजना के लिए आवेदन कैसे करें

Nishulk boring yojana apply online करने के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन करना चाहिए:-

  • किसान को अपने विकास खंड स्तर पर आवेदन करना पड़ता है
  • आवेदन फार्म में किसान का नाम, पता, जाति, आय प्रमाण पत्र, भूमि का विवरण आदि जानकारी देनी होती है
  • आवेदन के साथ किसान को अपनी भूमि का स्वामित्व प्रमाण पत्र भी जमा करना होता है
  • आवेदन करने के बाद विकास खंड स्तरीय समिति द्वारा आवेदन की जांच की जाती है और आवेदन स्वीकृत होने पर किसान को बोरिंग कराने के लिए अनुमति दी जाती है

नि:शुल्क बोरिंग योजना: एक किसान की कहानी

महाराष्ट्र के एक किसान, श्री रामराव का कहना है कि नि:शुल्क बोरिंग योजना ने उनकी जिंदगी बदल दी है। पहले श्री रामराव को अपनी भूमि में सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध नहीं था। उन्हें पानी के लिए अन्य किसानों से पानी खरीदना पड़ता था। इससे उनकी कृषि लागत बढ़ जाती थी और मुनाफा कम होता था।

नि:शुल्क बोरिंग योजना के तहत श्री रामराव ने अपनी भूमि में बोरिंग कराया। अब उनके पास अपनी भूमि की सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध है। इससे उनकी कृषि लागत कम हो गई है और मुनाफा बढ़ गया है। श्री रामराव का कहना है कि नि:शुल्क बोरिंग योजना ने उनकी जिंदगी को आसान बना दिया है।

निष्कर्ष

नि:शुल्क बोरिंग योजना एक बहुत ही अच्छी योजना है। इससे किसानों को पानी की कमी से निपटने में मदद मिलती है और उनकी आय बढ़ती है। सरकार को इस योजना को और व्यापक करना चाहिए ताकि अधिक से अधिक किसानों को इसका लाभ मिल सके। सरकार को इस योजना को जारी रखना चाहिए और इसके प्रचार-प्रसार पर भी ध्यान देना चाहिए।

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Sarthak Gupta
Sarthak Gupta

Sarthak Gupta is Very Professional Hindi and English Content Writer and Very Expert in Search Engine Optimization.

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