Success Story: UPSC की नौकरी छोड़ी और खड़ी कर दी मिलियन की कंपनी

Success Story: आज हम बात करेंगे ऐसे ही एक शख्स की, जिन्होंने यूपीएससी की नौकरी छोड़कर अपना काम शुरू किया और आज देश की सबसे बड़ी ब्रेक शू बनाने वाली कंपनी के मालिक हैं।

भारत में एक सरकारी नौकरी को सुरक्षित और सबसे अच्छा माना जाता है। यही कारण है कि लाखों स्टूडेंट हर साल UPSC परीक्षा की तैयारी करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ ऐसे भी लोग हैं जिन्होंने UPSC की क्लास वन जॉब छोड़कर अपना खुद का कारोबार शुरू किया है और आज करोड़ों रुपये का कारोबार कर रहे हैं। ऐसे ही एक व्यक्ति हैं केएस राठी।

UPSC की नौकरी छोड़कर किया बिज़नस

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कहते हैं कि अगर इरादा बुलंद हो तो कोई भी मंजिल हासिल की जा सकती है। इस बात को सच कर दिखाया है हरियाणा के खरड़ गांव के रहने वाले कुलदीप सिंह राठी ने। उन्होंने सेंट स्टीफेंस कॉलेज, दिल्ली से पढ़ाई की और फिर यूपीएससी की परीक्षा पास कर क्लास-1 के आईएस ऑफिसर बने।

लेकिन कुछ समय बाद उन्होंने अपनी सरकारी नौकरी छोड़ दी और अपना खुद का बिज़नस शुरू किया। आज वह देश की सबसे बड़ी ब्रेक शू बनाने [ ASK Automotive Limited ] वाली कंपनी के मालिक हैं और उन्हें ब्रेक किंग के नाम से जाना जाता है।

कोन है कुलदीप सिंह राठी

कुलदीप सिंह राठी का जन्म हरियाणा के एक छोटे से गांव खरड़ में हुआ था। उनके पिता एक किसान थे और उनकी माता एक हाउसवाइफ थीं। राठी ने अपनी शुरूआती शिक्षा गांव के ही स्कूल से प्राप्त की। उसके बाद उन्होंने दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की। कॉलेज के बाद उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा पास कर क्लास वन ऑफिसर बने। हालांकि, राठी को सरकारी नौकरी में जल्द ही ऊबने लगे।

सरकारी नौकरी छोड़ने के बाद राठी ने सबसे पहले ठेकेदारी का काम शुरू किया, लेकिन कुछ समय बाद उन्होंने एक फैक्ट्री लगाने का फैसला किया। उन्होंने फैक्ट्री में कौन प्रोडक्ट से बनाए जाएंगे, इस बारे में काफी सोच-विचार किया। आखिर में उन्होंने ब्रेक शू बनाने का फैसला किया।

राठी ने देखा था कि दोपहिया वाहनों के ब्रेक शू जल्दी खराब हो जाते हैं और इसलिए उन्हें बार-बार बदलवाना पड़ता है। उन्होंने सोचा कि अगर वे अच्छी गुणवत्ता वाले ब्रेक शू बनाएंगे तो उनका काम जरूर चलेगा।

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बिज़नस कैसे शुरू किया?

राठी ने बिज़नस शुरू करने के लिए कई क्षेत्रों पर विचार किया, लेकिन आखिर में उन्होंने ब्रेक शू बनाने का फैसला किया। इसकी वजह यह थी कि वह खुद टू-व्हीलर चलाते थे और उन्हें पता था कि ब्रेक शू बार-बार बदलवाने पड़ते हैं। इसलिए उन्हें लगा कि यह बिज़नस अच्छा चलेगा।

राठी ने दो इंजीनियरों को काम पर रखा और साल 1988 में पहला प्लांट शुरू किया। शुरू में उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उन्हें कोई ऑर्डर नहीं मिल रहा था। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। आखिरकार एक साल की मेहनत के बाद उन्हें होंडा के आरएंडडी डिवीजन से उनका सैंपल पास हुआ और उन्हें एक लाख पैकेट ब्रेक शू का ऑर्डर मिल गया। ।

इस ऑर्डर के बाद राठी की कंपनी की किस्मत बदल गई। राठी की कंपनी के ब्रेक शू की गुणवत्ता इतनी अच्छी थी कि जल्द ही हीरो, बजाज, टीवीएस जैसी बड़ी कंपनियों ने भी उनके ब्रेक शू का ऑर्डर देना शुरू कर दिया।

इसके बाद राठी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने अपनी कंपनी का नाम ASK Automotive Limited रखा और देश भर में अपनी कंपनी के प्रोडक्ट्स की बिक्री शुरू कर दी। आज ASK Automotive Limited देश की सबसे बड़ी ब्रेक शू बनाने वाली कंपनी है। कंपनी के प्रोडक्ट्स न केवल भारत में बल्कि दुनिया के कई देशों में भी बेचे जाते हैं।

कुलदीप सिंह राठी की सफलता के पीछे क्या हैं कारण

कुलदीप सिंह राठी की सफलता के पीछे कई कारण हैं। सबसे पहली बात तो यह है कि उनके पास एक क्लियर विज़न था। वह जानते थे कि वह क्या चाहते हैं और उसे हासिल करने के लिए वह पूरी तरह से फिट थे। दूसरी बात यह है कि वह बहुत ही मेहनती और लगनशील थे।

उन्होंने अपनी कंपनी को खड़ा करने के लिए दिन-रात एक कर दिया। तीसरी बात यह है कि वह बहुत ही जोखिम उठाने वाले व्यक्ति हैं। उन्होंने यूपीएससी की क्लास वन जॉब छोड़कर अपना खुद का बिज़नस शुरू किया, जो कि एक बहुत ही बड़ा जोखिम था। लेकिन उन्होंने इस जोखिम को उठाया और सफल हुए।

राठी जी की सफलता की कहानी उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा है जो कुछ अलग करना चाहते हैं। उनकी कहानी बताती है कि कड़ी मेहनत, लगन और सोच से कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है।

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Sarthak Gupta
Sarthak Gupta

Sarthak Gupta is Very Professional Hindi and English Content Writer and Very Expert in Search Engine Optimization.

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